Hello friend, welcome to our 110+ Best Heart Touching Bachpan Status in Hindi 2 Lines. Some golden memories of childhood in the post. In which you will get to read Bachpan Status in Hindi 2 Line, Two Line Bachpan Status in Hindi, Childhood Memories Status in Hindi 2 Line, Bachpan Shayari in Hindi 2 Line, Bachpan Quotes in Hindi 2 Line.
Article 21A provides for free and compulsory education to all children of the age of six to fourteen years until the completion of primary education. As per 1986 (Section 24), no child below the age of 14 years should be employed in any factory or mine or in any other hazardous employment.
The minimum legal age for marriage of girls and boys in India is 18 years. According to Section 9 of 2006 on child marriage of girls, if an adult male above the age of eighteen years will perform child marriage. He may be punished with rigorous imprisonment for two years or with fine up to one lakh rupees or with both. The legal age for marriage in 2023 is 18 years for girls and 21 years for boys. We hope that you will like our Bachpan Status In Hindi very much. So let’s start reading this post.
All Contents
- 1 Bachpan Status in Hindi 2 Line
- 1.1 Two Line Bachpan Status in Hindi
- 1.2 Childhood Memories Status in Hindi 2 Line
- 1.3 Bachpan Shayari in Hindi 2 Line
- 1.4 Bachpan Quotes in Hindi 2 Line
- 1.5 Bachpan Status in Hindi 2 Line Love
- 1.6 Bachpan Status in Hindi 2 Line for Instagram
- 1.7 Bachpan Status in Hindi 2 Line Attitude
- 1.8 बचपन की यादों पर 2 लाइन्स स्पेशल स्टेटस, शायरी
- 1.9 बचपन शायरी 2 लाइन
- 1.10 बचपन की दोस्ती स्टेटस
- 1.11 गांव की बचपन की यादें
- 1.12 बचपन की कुछ सुनहरी यादें
- 1.13 Contusions
Bachpan Status in Hindi 2 Line

कैसे कह दू की हम जुदा हो गए, आपकी बचपन की यादें
तो मुझे हर पल सताती है, आपका रूठना और मेरा मानना
बीता बचपन कितना प्यारा था मां-पापा का मैं दुलारा था
सबकी आंखों का तारा था बीता बचपन कितना प्यारा था
आज भी याद है वो बचपन का खिलखिलाना
जब होता था दोस्तों के साथ रूठना-मनाना
बड़ी सुहानी थी बचपन की कहानी
रह गई बस यादें और आ गई ये जवानी।
जिस के लिए बच्चा रोया था और पोंछे थे आँसू बाबा ने
वो बच्चा अब भी ज़िंदा है वो महँगा खिलौना टूट गया

बहुत याद आते है जिसमे गुड्डे गुड़िया की सादी और बैंड बाजा था,
जिसमे आप मेरी रानी थी और मैं आपका राजा था ।
बचपन से बुढ़ापे का बस इतना सा सफ़र रहा है,
तब हवा खाके ज़िंदा था अब दवा खाके ज़िंदा हूँ
बड़े होने से मेरा मन डरता है,
दिल के कोने में अभी भी एक मासूम बच्चा है
बचपन की तो बात ही खास है,
चोर-पुलिस खेलना आज भी याद है
किस किसको सुनाऊं बचपन की शैतानियां
अनगिनत हैं किस्से, अनगिनत हैं कहानियां

जब भी बचपन याद आता है,
मेरा मन एक बार फिर से मचल जाता है
बचपन में घर छोड़कर भाग गया था
एक घंटे बाद भूख लगी, तो घर वापस आ गया था
मां की गोद पिता का कंधा,
बड़ा ही निराला था वो बचपन का फंडा
सुकून की बात मत कर ऐ दोस्त
बचपन वाला इतवार अब नही आता.
खेलते-खेलते दिन बिता देते थे
बचपन में खेल में खुद को भुला देते थे
Two Line Bachpan Status in Hindi

बेल बजने से पहले स्कूल से निकलने के लिए तैयार हो जाते थे
मम्मी-पापा से पैसे लिए बिना स्कूल नहीं जाते थे
हमें याद है आज भी वो दिन
जब पिटाई खाकर गुजरते थे दिन
बचपन की कहानी थी बड़ी सुहानी,
बचपन में रह जाता, नहीं आनी थी जवानी
मेरी जिंदगी का वो बेहतरीन हिस्सा है
जिसमें मेरे रोने का किस्सा है
जिसमें न थी रोने की वजह और हंसने का बहाना
न जाने कहां चला गया वो बचपन का जमाना

दादी-नानी की कहानी में होता था परियों का फसाना
बचपन था हमारा खुशियों का खजाना
कंधे की जिम्मेदारियों को बढ़ते देखा है,
मैंने अपने अंदर के बचपन को मरते देखा है
कागज़ की कश्तियों ने उस दिन से तैरना छोड़ दिया है
जिस दिन से बच्चे ने बचपना करना ही छोड़ दिया।
बचपन समझदार हो गया,
मैं ढूंढता हू खुद को गलियों मे।
अब तक हमारी उम्र का बचपन नही गया
घर से चले थे जेब के पैसे गिरा दिए.

झूठ बोलते थे फिर भी कितने सच्चे थे,,
हम ये उन दिनो की बात है जब हम बच्चे थे
पिता के कंधों पर बैठकर गांव घूमा
बड़े होने पर बचपन को शहर की सड़को पर ढूंढा
मां का आंचल और पापा के कंधों की याद सताती है
भले ही हो रहे हैं बड़े, लेकिन बचपन की याद अब भी आती है।
कुछ नहीं चाहिए तुझ से ऐ मेरी उम्र-ए-रवाँ,
मेरा बचपन मेरे जुगनू मेरी गुड़िया ला दे।
एक इच्छा है भगवन मुझे सच्चा बना दो,
लौटा दो मेरा बचपन मुझे बच्चा बना दो ।
Childhood Memories Status in Hindi 2 Line

याद है हमें आज भी वो बचपन का जमाना
जब हम स्कूल न जाने का बनाते थे बहाना।
वो बचपन तो कल ही आया था
जिसने हमें मुस्कुराना सिखाया था
काश लौट आए बचपन के वो दिन
जब गुजरते थे मस्ती में पूरे दिन
सुबह की पिटाई के बाद स्कूल जाता था
कभी-कभी रोते-रोते नाश्ता खाता था
उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में,
फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते।

बचपन में सुकून की नींद आती थी तब
मम्मी से अच्छे से पिटाई हो जाती थी जब
अब तो टेंशन भरे माहौल में गुजर जाती है शाम
होठों पर नहीं आती अब बचपन वाली मुस्कान
वो बचपन भी कमाल था
जिसका हर दिन बेमिसाल था
जिंदगी फिर कभी न मुस्कुराई बचपन की तरह
मैंने मिट्टी भी जमा की खिलौने भी लेकर देखे.
मुमकिन है हमें गाँव भी पहचान न पाए,
बचपन में ही हम घर से कमाने निकल आए।

बचपन में माँ से मिले दो रूपए जितने सपने खरीद सकते थे,
आज खुद के कमाए लाखों रूपए भी उतने सपने नहीं खरीद सकते।
जो सोचता था बोल देता था,
बचपन की आदतें कुछ ठीक ही थी।
मैदान में जमा हो कर जम कर खेलते थे,
काश वो बचपन और वो दोस्ती फिर से लौट आए।
ज़िन्दगी छोड़ आया हूँ कहीं उन गलियों मे,
जहाँ कभी दौड़ जाना ही ज़िन्दगी हुआ करती थी।
मत कर सुकून की बात ऐ ग़ालिब
बचपन का रविवार अब नहीं आता
Bad Boy Attitude Status in Hindi
Bachpan Shayari in Hindi 2 Line

न जाने कब बचपन बीता और मैं बड़ी हो गई,
शौक की जिंदगी अब जरूरतों में बदल गई
बेहद मजबूत होते हैं ये खास रिश्ते
तभी तो बचपन के दोस्त कभी नहीं छूटते
जब भी होता हूं उदास, मन में होती है एक ही आस
काश वापस लौटकर आ जाए, मेरे बचपन के दिन मेरे पास
बचपन भी बड़ा अजीब था हर कोई जीवन में करीब था
क्या बात करूं उस जमाने की हर रिश्ता खुद में अज़ीज़ था
वो बचपन भी क्या दिन थे मेरे न फ़िक्र कोई न दर्द कोई
बस खेलो, खाओ, सो जाओ बस इसके सिवा कुछ याद नही.|

मेरा पूरा दिन खेल में बीतता था
बचपन के दिनों को खुलकर जीता था
मैं आज भी बड़े होने से डरता हूं
इसलिए तो हर रोज बचपना करता हूं
कब लौटेंगे वो बचपन के दिन
जो नहीं गुजरते थे मस्ती के बिन
उम्र के साथ ज्यादा कुछ नहीं बदलता,,
बस बचपन की ज़िद्द, समझौतों में बदल जाती है
तेरी यादें भी मेरे बचपन के खिलौने जैसी हैं,
तन्हा होती हूँ तो इन्हें ले कर बैठ जाती हूँ।

खेल के मतलब नहीं थे बस खेलना ज़रूरी था, ज़िन्दगी
बचपन में कितनी आसान थी जब इसे काटना नहीं जीना ज़रूरी था।
ले चल मुझे बचपन की उन्हीं वादियों में ए जिन्दगी,
जहाँ न कोई जरुरत थी और न कोई जरुरी था
राजा की तरह बचपन था मेरा,
माँ की गोद मेरा सिंहासन हुआ करता था।
बचपन मे लटटू घुमाते घुमाते,
ना जाने कब दुनिया ही घूम गयी।
शायद बचपन सबका इसलिए ज़बरदस्त होता है क्यूंकि,
बचपन में ज़िम्मेदारी निभाने की कोई ज़बरदस्ती नहीं होती।
Mahakal Status in Hindi 2 Line
Attitude Yadav Status in Hindi
Bachpan Quotes in Hindi 2 Line

बीत गया बचपन आ गई जवानी,
देखो खत्म हो गई गुड्डा-गुड़िया की कहानी
न जाने कहां खो गई बचपन की वो दुनिया
जिसमें हर शाम मिलती थी ढेर सारी खुशियां
पापा के स्कूटर में सामने बैठता था, तो सोचता था मैं चलाता हूं
बाद में पता चला मैं स्कूटर को संभाल ही नहीं पाता हूं
न कुछ पाने की चाहत, न कुछ खोने का डर था
मेरा बचपन, मेरी खुशियों का सफर था
बचपन में आम के बगीचे में चोरी करते पकड़ा गया
पेड़ पर ही चढ़ा रहा जब तक मालिक पेड़ से दूर न गया

फिर उसके बाद मैं बचपन से निकल आया था,
मोहब्बत मेरी आखिरी श़रारत थी।
रोने की वजह भी न थी न हंसने का बहाना था क्यो हो गए
हम इतने बडे इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था |
दूर मुझसे हो गया बचपन मगर,
मुझमें बच्चे सा मचलता कौन है।
मेरा बचपन भी साथ ले आया,
गाँव से शहर जब भी आ गया कोई।
बचपन की याद मुझे इतना सताती है,
इस बार लौटेगा तो जाने नहीं दूंगा।

बचपन के खिलौने सा कहीं छुपा लूँ तुम्हे
आँसू बहाऊँ, पाँव पटकूँ और पा लूँ तुम्हें।
दुआ की थी बचपन में की जल्दी बड़ा हो जाऊं,
आज सोचता हूँ न जाने क्या सोच कर मैंने वो दुआ की थी।
आसमान में उड़ती एक पतंग दिखाई दी
आज फिर से मुझ को मेरी बचपन दिखाई दी।
जो सपने हमने बोए थे नीम की ठंडी छाँवों में
कुछ पनघट पर छूट गए, कुछ काग़ज़ की नावों में।
होठों पे मुस्कान थी कंधो पे बस्ता था
सुकून के मामले में वो जमाना सस्ता था।
Bachpan Status in Hindi 2 Line Love

उम्र की सिढ़ी चढ़ थकने लगे है
कदम जो कई छतें लाँघ जाते थे।
बंधे नहीं रहते थे किसी ज़िम्मेदारी की ज़ंजीर से बचपन में
तभी ये नन्हे पॉवं रुकने का नाम नहीं लेते थे।
उम्र-ऐ-जवानी फिर कभी ना मुस्करायी बचपन की तरह
मैंने साइकिल भी खरीदी, खिलौने भी लेके देख लिए।
ना जल्दी किसी बात की ना देर हुआ करती थी, वही वक़्त सही था
बचपन का जब हमे वक़्त तक देखना नहीं आता था।
गुम सा गया है अब कही बचपन
जो कभी सुकून दिया करता था
कई सितारों को मैं जानता हूँ बचपन से,
कहीं भी जाऊँ मेरे साथ साथ चलते हैं।
हर पहलु जीवन का बचपन में बस खेल लगता था,
मैदान घर लगता था और घर जेल लगता था।

माना बचपन में, इरादे थोड़े कच्चे थे।
पर देखे जो सपने, सिर्फ वहीं तो सच्चे थे।
वो बचपन क्या बीता जब से,
तब से सुकून का एक पल नहीं आया।
बिना समझ के भी, हम कितने सच्चे थे,
वो भी क्या दिन थे, जब हम बच्चे थे।
एक इच्छा है भगवन मुझे सच्चा बना दो,
लौटा दो बचपन मेरा मुझे बच्चा बना दो।
झूठ बोलते थे फिर भी कितने सच्चे थे हम
ये उन दिनों की बात है जब बच्चे थे
माँ का वो गालों को चूमना, बालों को सवारना, वो हर शरारत पर प्यार,
वो हर गलती पर मारना, अब वापस कभी लौट कर नहीं आएगा।
भटक जाता हूँ अक्सर खुद ही खुद मे,,
खोजने वो बचपन जो कहीं खो गया है
बचपन की दोस्ती सच्ची थी
मतलब पता नहीं था, पर अच्छी थी
Bachpan Status in Hindi 2 Line for Instagram

बचपन की बात ही कुछ और थी,
जब घाव दिल पर नही हाथ-पैरों पर हुआ करते थे।
पंछी के पंखो से भी हल्का था बचपन,
ना मुझ पर कोई ज़िम्मेदारी थी ना मैं ज़िम्मेदार था।
रोने की वजह भी ना थी, ना हंसने का बहाना था,,क्यो हो गए
हम इतने बडे इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था
वो शरारत,वो मस्ती का दौर था,,
वो बचपन का मज़ा ही कुछ और था.
कुछ यूं कमाल दिखा दे,, ऐ जिंदगी !वो बचपन
ओर बचपन के दोस्तो से मिला दे ऐ जिंदगी..
कौन कहता है कि मैं जिंदा नहीं,
बस बचपन ही तो गया है बचपना नहीं।
चले आओ कभी टूटी हुई चूड़ी के टुकड़े से,,
वो बचपन की तरह फिर से मोहब्बत नाप लेते है.

कोई मुझको लौटा दे वो बचपन का सावन,,
वो कागज की कश्ती ,वो बारिश का पानी..
हर एक पल अब तो बस गुज़रे बचपन की याद आती है,
ये बड़े होकर माँ दुनिया ऐसे क्यों बदल जाती है।
भगवान अब के जो मेरी कहानी लिखना,,
बचपन में ही मर जाऊ ऐसी जिंदगानी लिखना
खेलना है मुझे मेरी माँ की गोद में,
के फिर लौट के आजा मेरे बचपन।
जिम्मेदारियों ने वक्त से पहले बड़ा कर दिया साहब,
वरना बचपन हमको भी बहुत पसंद था।
खेलने के लिए खिलौने कम बहाने ज्यादा होते थे,
सुबह दोपहर शाम हर वक़्त हम चार दोस्त मैदान में होते थे।
अब वो खुशी असली नाव मे बैठकर भी नही मिलती है,
जो बचपन मे कागज की नाव को पानी मे बहाकर मिलती है।
वो बचपन भी क्या दिन थे मेरे.. ना फ़िक्र कोई,ना दर्द कोई..
बस खेलो, खाओ, सो जाओ.. बस इसके सिवा कुछ याद नही..
Bachpan Status in Hindi 2 Line Attitude

बचपन तो वहीं खड़ा इंतजार कर रहा है,
तुम बुढ़ापे की ओर दौड़ रहे हो।
आज एक राही को राह में बैठे कुछ सोच कर मुस्कुराते देखा मैं
समझ गया ज़रूर उसे उसका बचपन याद आया होगा।
बचपन से पचपन तक का सफ़र यूं बीत गया साहब,
वक़्त के जोड़ घटाने में सांसे गिनने की फुरसत न मिली।
फिर से नज़र आएंगे किसी और में
हमारे ये पल सारे, बचपन के सुनहरे दिन सारे।
कितने खुबसूरत हुआ करते थे बचपन के वो दिन,,
सिर्फ दो उंगलिया जुड़ने से दोस्ती फिर से शुरु हो जाया करती थी
हँसते खेलते गुज़र जाये वैसी शाम नही आती,,
होंठो पे अब बचपन वाली मुस्कान नही आती

एक हाथी एक राजा एक रानी के बग़ैर
नींद बच्चों को नहीं आती कहानी के बग़ैर
कभी कभी लगता है लौट आए वो बचपन फिर से,
औऱ भूल जाए खुदको पापा की गोद मे।
सपनों की दुनियाँ से तबादला हकीकत में हो गया,
यक़ीनन बचपन से पहले उसका बचपना खो गया।
किसने कहा नही आती वो बचपन वाली बारिश
तुम भूल गए हो शायद अब नाव बनाना कागज़ की
वो बचपन की अमीरी ना जाने कहां खो गई ,,
जब पानी मे हमारे भी जहाज चला करते थे
शरारत करने का मन तो अब भी करता हैं,
पता नही बचपन ज़िंदा हैं या ख़्वाहिशें अधूरी हैं।
यह ज़िन्दगी खूबसूरत ना कहलाती
अगर बचपन इसका हिस्सा ना होता।
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी ,,
जवानी का लालच दे कर ,,बचपन ले गया
बचपन की यादों पर 2 लाइन्स स्पेशल स्टेटस, शायरी

सीखने की कोई उम्र नही होती,
और फिर सीखते-सिखाते बचपन गुज़र गया।
पुरानी अलमारी से देख मुझे खूब मुस्कुराता है,,
ये बचपन वाला खिलौना मुझें बहुत सताता है
बस इतनी सी अपनी कहानी है,
एक बदहाल-सा बचपन, एक गुमनाम-सी जवानी है।
अपना बचपन भी बड़ा कमाल का हुआ करता था,,
ना कल की फ़िक्र ,ना आज का ठिकाना हुआ करता था
बचपन की बरसात में हर कोई भीगा होगा पर
कोई उस बरसात से बीमार नहीं हुआ।
ए ज़िंदगी! तू मेरी बचपन की गुड़िया जैसी बन जा,
ताकि जब भी मैं जगाऊँ तू जग जा
बहुत शौक था बचपन में दूसरों को खुश रखने का,
बढ़ती उम्र के साथ वो महँगा शौक भी छूट गया।
ऐ जिंदगी तू ले चल मुझे, बचपन के उस गलियारे मे,,
जहाँ मिलती थी हमें खुशियाँ गुड्डे-गुड़ियों के ब्याह रचाने मे
बचपन में दस रुपए भी दस दोस्त मिल कर खाते थे,
पेट तो नहीं भरता था पर मुस्कुराहटों से ज़िन्दगी भर जाती थी।
जिंदगी के किताब में सबसे
बेहतरीन चैप्टर बचपन होता है
टूटा हुआ विश्वास और छूटा हुआ बचपन
जिंदगी में वापस नहीं मिलता
फिर से नज़र आएंगे किसी और में
हमारे ये पल सारे, बचपन के सुनहरे दिन सारे
हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह अन्दाज़ से
देखा है आज खुद को कुछ पुरानी तस्वीरों में
जी लेने दो ये लम्हे इन नन्हे कदमों को,
उम्रभर दौड़ना है इन्हें बचपन बीत जाने के बाद।
आज सात बजे बारिश तो हुई
पर छुट्टी का बहाना बनाने के लिए स्कूल नहीं था।
बचपन शायरी 2 लाइन

मोहल्ले में अब रहता है पानी भी हरदम उदास,,
सुना है पानी में नाव चलाने वाले बच्चे अब बड़े हो गए
वो रेत पर भी लिख देता था अपनी कहानी,
वो बचपन था उसे माफ़ थी अपनी नादानी।
वक्त से पहले ही वो हमसे रूठ गयी है,,
बचपन की मासूमियत न जाने कहाँ छूट गयी है.
बचपन की बेहद खूबसूरत बात यह थी की,
इसका हर एक पल बेहद खूबसूरत होता था।
वो बड़े होने से डरता है,
इसीलिए बचपना करता है।
आँख बंद होते ही खेलने के सपने और आँख खुलते ही
खेलने का ख्याल आता था, बस कुछ ऐसा ही बचपन था मेरा।
जैसे बिन किनारे की कश्ती,,
वैसे ही हमारे बचपन की मस्ती
अब भी तो है बचपना,
प्रेम करते हैं, पर मिल कर नहीं।
याद आता है वो बीता बचपन,, जब खुशियाँ छोटी होती थी,,
बाग़ में तितली को पकड़ खुश होना तारे तोड़ने जितनी ख़ुशी देता था..
बचपन भी सब बच्चों का एक सा नहीं होता एक बच्चा कंचे
खेलने जा रहा है, तो दूसरा कंचों के कारखाने जा रहा है।
ज़िन्दगी के कमरे में एक बचपन का कोना है,
समेटनी हैं उसकी यादें, और उन यादों में खोना है।
इतनी चाहत तो लाखो रुपए पाने की भी नहीं होती,
जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है ।
वो पूरी ज़िन्दगी रोटी,कपड़ा,मकान जुटाने में फस जाता है,
अक्सर गरीबी के दलदल में बचपन का ख़्वाब धस जाता है।
वो पुरानी साईकिल ,,वो पुराने दोस्त जब भी मिलते है,,
वो मेरे गांव वाला पुराना बचपन फिर नया हो जाता है
करता रहूं बचपन वाली नादानियां उम्र भर,
ना जाने क्यों दुनिया वाले उम्र बता देते है।
बचपन की दोस्ती स्टेटस

फिर से लौटा दे मुझे वो बचपन के दिन, ज़िन्दगी में कम से कम
सुकून से बैठने के लिए रविवार का इंतज़ार तो नहीं करना पड़ेगा।
कभी कंचे तो कभी चक्का बचपन में खिलौने कम नहीं थे,
पर बचपन के दिन काफी कम थे।
कोई तो रुबरु करवाओ,, बेखोफ़ हुए बचपन से,,,
मेरा फिर से बेवजह मुस्कुराने का मन है..
मुमकिन है हमें गाँव भी पहचान न पाए,
बचपन में ही हम घर से कमाने निकल आए ।
हंसने की भी, वजह ढूँढनी पड़ती है अब,
शायद मेरा बचपन, खत्म होने को है..
बचपन की दोस्ती थी बचपन का प्यार था
तू भूल गया तो क्या तू मेरे बचपन का यार था
बच्चों का दिल भी कितना साफ़ होता है
सब खेलते एक साथ है धुप में, पर जलता कोई नहीं है।
वो बचपन की नींद अब ख्वाब हो गई,
क्या उम्र थी कि, शाम हुई और सो गये..
कल की फ़िक्र करने का वक़्त ही कहाँ था,
मुझे तो बस छत पे पतंग उड़ाने के वक़्त की फ़िक्र थी।
खेल खेलने का कोई वक़्त नहीं था हर जगह हमारा ही मैदान था,
अनजान था तभी बड़ा होने की ज़िद्द पकड़ी थी क्या करू नादान था।
हाथ गंदे रहते थे मिटटी से पर दिल साफ़ होता था
सारी गलती मेरी होती थी पर फिर भी सब माफ़ था।
बचपन में खिलौना ही खज़ाना था,
पर उसे छुपाने के लिए तिजोरी पर खर्चा नहीं करना पड़ता था।
कन्धों पर बस्ते और कन्धों पर हाथ मैं दोस्तों संग
अपनी धून में और दोस्त अपनी धून में मेरे साथ।
स्कूल की सजा भी मज़ा लगा करती थी
दोस्तों के साथ में, कुछ तो बात ज़रूर थी
उस बचपन की बात में।
गांव की बचपन की यादें

अपनी उम्र से अनजान वो बच्चा खेलने की
उम्र में खिलौने बेच रहा था।
दुआएँ याद करा दी गई थीं बचपन में सो
ज़ख़्म खाते रहे और दुआ दिए गए हम
वो बच्चा मजबूर मज़दूर का है,
उसका बचपन भी हमारी जवानी से भारी है।
अगर ज़िन्दगी मौसमों का संगम है
तो बचपन इसमें सबसे छोटा और सबसे सुहाना मौसम है।
मैं उसको छोड़ नहीं पाया बुरी लतों की तरह,
वो मेरे साथ है बचपन की आदतों की तरह..
दिन बचपन के किसी को ठीक से याद नहीं रहते,
पर याद बचपन के दिनों को सब बहुत ठीक से करते हैं
बचपन से हर शख्स याद करना सिखाता रहा
भूलते कैसे है ? बताया नही किसी ने.
कमाल होता है उन गरीब बच्चों का बचपन भी
वो चलना सीखते ही घर चलाना सीख लेते हैं।
बचपन में बड़ा बेसब्र था बड़ा होने को, क्या करे काफी
मासूम हुआ करते थे हम बचपन के दिनों में।
बचपन मै यारों की यारी ने एक तोफ़ा भी क्या खूब दिया
उनकी बातों के चक्कर में पड़ माँ बाप ने भी कूट लिया
बचपन के दिन भी क्या खूब थे सपने तब भी देखा करते थे,
बस उन्हें पूरा करने का डर नहीं था।
वो बचपन था या सपना आज भी यकीन नहीं होता,
उस दौर हक़ीक़त भी सपनों से हसीं हुआ करती थी।
चलो के आज बचपन का कोई खेल खेलें,
बडी मुद्दत हुई बेवजह हँसकर नही देखा
हसरतें हस्ती बनने की नहीं मस्ती करने की हुआ करती थी,
उस दौर में मेरी उम्र यही कुछ 4,5 साल की हुआ करती थी।
बचपन का वो दौर सबको प्यारा होता है, क्यूंकि बच्चे को
कोई अपना दुश्मन नहीं समझता वो सबका प्यारा होता है।
Related Posts😍👇
बचपन की कुछ सुनहरी यादें

उस बच्चे का तो बचपन भी जाया है
जिसके नन्हे सर पर गरीबी का साया है।
फ़क़त माल-ओ-ज़र-ए-दीवार-ओ-दर अच्छा नहीं लगता
जहाँ बच्चे नहीं होते वो घर अच्छा नहीं लगता
कौन कहता है कि बचपन वापस नही आतादो घड़ी अपनी
माँ के पास बैठ कर तो देखो, खुद को बच्चा महसूस ना करो” तो फिर कहना ।
क्या खूब बीता वो दौर बचपन का,
बस पता न लग सका की कब बीता दौर बचपन का।
बचपन का दौर था या बस एक लम्हा भर था,
पलख झपकते ही न जाने हम कब इतने बड़े हो गए।
वक्त से पहले ही वो हमसे रूठ गयी है
बचपन की मासूमियत न जाने कहाँ छूट गयी है
किसने कहा बचपन आज़ाद होता है
वो बच्चा अपनी गरीबी के हालातों का गुलाम था।
बचपन में आकाश को छूता सा लगता था,
इस पीपल की शाख़ें अब कितनी नीची हैं ।
आजकल आम भी पेड़ से खुद गिरके टूट जाया करते हैं
छुप-छुप के इन्हें तोड़ने वाला अब बचपन नहीं रहा
देर तक हँसता रहा उन पर हमारा बचपना,,
जब तजुर्बे आए थे संजीदा बनाने के लिए
सुकून की बात मत कर ऐ दोस्त,
बचपन वाला इतवार अब नहीं आता
नाम उस गरीब बच्चे का माँ-बाप ने विजय रखा था,
पर अफ़सोस जीत से अभी भी काफी दूर था।
बचपन से जवानी के सफर मे,, कुछ ऐसी सीढ़ियाँ चढ़ते है,,
तब रोते-रोते हँस पड़ते थे,, अब हँसते-हँसते रो पड़ते है
अपने बचपन की तस्वीर की और देखा तो सोचा क्या दौर था
वो भी बचपन का जब ना बाल बनाने आते थे ना बात बनानी आती थी।
शौक जिन्दगी के अब जरुरतो मे ढल गये,,
शायद बचपन से निकल हम बड़े हो गये.
ना कुछ पाने की आशा ना कुछ खोने का डर बस अपनी ही धुन,
बस अपने सपनो का घर काश मिल जाए फिर मुझे वो बचपन का पहर।
बचपन की कहानी याद नहीं बातें वो पुरानी याद नहीं
माँ के आँचल का इल्म तो है पर वो नींद रूहानी याद नहीं |
बचपन सा इन्साफ कहीं नहीं किया कुदरत ने बचपना
इंसान का हो या जानवर का मासूम ही होता है।
हर दिन तो नहीं याद मुझे बचपन का,
पर यादें सारी मुझे याद है बचपन की।
और भी पढ़े:-❣😍👇
2 Line Mahakal Status in Hindi
Contusions
Friends, please tell us in the comment box how you liked our Bachpan Status in Hindi 2 Line post. If you liked this post of ours, then do share this post with your friends on WhatsApp, Facebook, Instagram or other social media networks. Thank you!